• दुनिया में कोरोना संक्रमण की वजह से कालीन उद्योग की स्थित खस्ता
  • कालीन उत्पादन और निर्यात पूरी तरह हुआ ठप, जहाज कम्पनियों ने बढ़ाया कई गुना भाड़ा 

 

लेख: प्रभुनाथ शुक्ला

भदोही: दुनिया भर में कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन की वजह से भदोही की कारपेट इंडस्ट्री (कालीन उद्योग) को भारी नुकासान उठाना पड़ा है। निर्यातकों की माने तो राष्ट्रीय स्तर पर तीन माह के दौरान तकरीब तीन हजार करोड़ की कालीन गोदामों में डम्प पड़ी है उसका निर्यात नहीँ हो सका है। लॉकडाउन में कालीन उद्योग को भारी कीमत चुकानी पड़ी है। हैंडमेड कालीन का निर्माण पूरी तरह ठप है। जिसकी वजह से कालीन उद्योग की हालत बेहाल है। भारत दुनिया की 80 फीसदी कालीन की माँग को पूरा करता है। 

भारत में निर्मित हैंडमेड कालीन दुनिया भर में अस्सी फीसदी की मांग को पूरा करता है। जबकि 60 से 80 फीसदी माल अमेरिका खपाता है। लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से अमेरिका के साथ, यूरोप की हालत खस्ता है। भारत में सबसे अधिक भदोही की कालीन की मांग अमेरिका में है। इसके अलावा इंग्ल